जयपुर : शातिरों ने 220 ATM मशीनों से निकाले 1.63 करोड़, KYC होने से पहले ही ट्रांजेक्शन कर करते धोखाधड़ी
By: Ankur Wed, 02 June 2021 3:08:14
प्रदेश में एटीएम से रुपए निकालने और ट्रांजेक्शन के दौरान धोखाधड़ी का मामला सामने आया था जिसमें चार शातिरों को गिरफ्तार किया गया था। गैंग को विधायकपुरी थाना पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। अपने अपराध को अंजाम देने के लिए बदमाश ऑनलाइन खाता खुलवाकर केवाईसी होने से पहले ही ट्रांजेक्शन करके धोखाधड़ी कर लेते थे। डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों द्वारा मेव इलाके के सायबर अपराधियों से भी कुछ बैंक अकाउंट खरीदना सामने आया है। कई प्राइवेट बैंकों की पॉलिसी है कि वे एक खाते में 2-3 ट्रांजेक्शन एरर आते ही खाता ब्लॉक कर देते हैं। ऐसे में ये आरोपी 3 बार धोखाधड़ी करने के बाद एटीएम कार्ड तोड़कर फेंक देते थे।
एसीपी सोहेल राजा ने बताया कि एटीएम से पैसे निकालने के बाद आरोपी मशीन का पावर सप्लाई बंद करके, या कैश ट्रे में छेड़छाड़ करके पैसे निकाल लेते थे तभी एरर आ जाता था। फिर बैंक कस्टमर केयर पर कॉल करके शिकायत दर्ज करा देते थे। एरर देखकर बैंक वापस पैसे डाल देता था। आरोपियों को कोटा पुलिस ने करीब 20 दिन पहले गिरफ्तार किया था। इन्हें वहीं से लाया गया है।
पूरे प्रदेश भर के एटीएम से इन्होंने ठगी की है। जयपुर में एमआई रोड, सांगानेरी गेट, विधायकपुरी के कई एटीएम से पैसे निकाले हैं। पुलिस आरोपियों से रिकवरी का प्रयास कर रही है। पुलिस ने अजहर खान, शौकीन, तालिम और रोबन को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने प्रदेश के 220 एटीएम से 1623 बार ट्रांजेक्शन करके 1.63 करोड़ रुपए निकाल लिए। आरोपी ऑनलाइन बैंक खातों में 10-10 हजार जमा कराते थे। फिर एटीएम में पिन और अमाउंट डालने के बाद जब राशि आने लगती तो मशीन का पावर सप्लाई बंद कर देते थे, जिससे निकाले गए पैसों का ट्रांजेक्शन खाते में दर्ज नहीं होता और ये दोबारा निकाल लेते थे।
ये भी पढ़े :
# कोरोना के बाद इंदौर में ब्लैक फंगस का कहर जारी, 20 दिन में 32 मरीजों ने तोड़ा दम
# उदयपुर : 31 दिन में दूसरी बार घटे कमर्शियल गैस के दाम, घरेलू सिलिंडर 840 रूपये यथावत
# भीलवाड़ा : पिता और सौतेली मां की बच्चों पर बेरहमी, बरसाए हंटर और तोडा पैर
# प्रेमी के साथ मिलकर महिला ने करी अपनी पति की हत्या, 6 साल की बच्ची ने खोला राज